कुछ मौलवियों द्वारा मुसलमानों के कान भरे जाते हैं कि जितने ज्यादा हो सकें बच्चे पैदा करो,पर क्या मुसलमान कभी उन मौलवियों ये पूछते हैं हैं कि दर्जन भर बच्चे पैदा करने के बाद क्या तुम हमारे बच्चों को रोटी खिलाओगे या अल्लाह ताला ऊपर से नीचे आएँगे बच्चों को रोटियाँ खिलाने ?
कुछ ये भी कहते हैं कि जितने ज्यादा बच्चे होंगे उतनी जल्दी ही इस्लाम धरती पर राज करेगा, अरे राज तो बाद की बात है पर पहले जो पैदा हो रहे हैं कम से कम उनके लिए तो दो वक्त की रोटी वा तन ढकने को कपड़े का जुगाड कर लो, खाली पेट और नंगे बदन भी कभी राज होता है क्या ??
ज्यादा बच्चे पैदा करने का एकमात्र उद्देश्य दंगे,जिहाद और आतंकवाद को बढ़ावा देना है, जिससे गैर मुस्लिमों पर जल्दी हुकूमत कायम की जा सके.
मुसलमानों के लिए अतिशीघ्र दो बच्चों का कानून लाना है, अगर मुसलमान इस कानून का बहिस्कार करेंगे तो उनका भी आर्थिक बहिस्कार किया जाये.
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