Monday, October 28, 2013

जन्नत है या कोई बार या रंगशाला



एक ओर जहा अन्य धर्मो की धारमिक पुस्तको मे
सत्य अंहिसा ओर संयम का पाठ पढाया जाता है
वही दूसरी ओर कुरान मे जन्नत के नाम पर
अश्लीलता ही नजर आती है।

अल्लाह की शिक्षा देखो-
सूरा रहमान आयत 37 मे,क्या कहा-
अरबी( "फइजन शक्कतिस समाउ फ कानत वरादतन
कददहान")
अर्थ-कितना भयावह दिन होगा,जिस दिन आकाश
रंगो मे रंगकर चमडे का रूप धारण कर लेगा,
नोट-न मालूम आकाश को रूप धारण करना,क्यो और
कैसे सम्भव होगा?बुध्दि परख मानवो के लिए यह मान
लेना अल्लाह की ये अटकल कैसे सम्भव है?
क्या ईश्वर ऐसी विज्ञान विरोध बाते करेगा l
अत: कुरान ईश्वरकृत नही है।
सूरा रहमान 56 को देखो-
अरबी("फी हिन्ना कासिरतुत तरफे लम यतमिस
हुन्ना इन्सुन कब लहुम वसाजान")
अर्थ-वहा हम उमर ओरते
प्रतिक्षा करेगी शर्मिली आखो से,जिन्हे इन्सान व
जिन किसी ने नही छुआ ।
नोट-यह सब इनाम जन्नत मे मिलेगे वह सब के सब
मर्दो के लिए बताया है,किन्तु जो औरते जन्नत मे
जायेगी उनको क्या मिलेगा?
आयत58 मे बताया वह शर्मीली आख
वाली कैसी होगी?
तो कहा वह इतनी सुन्दर,कि खिले हुए पदम या हीरे
और मौती,उन जन्नत मे रहने
वालो को खिलाया जायगा फल,खजूर और अनार
अरबी("का अन्ना हुन्ना अलयाकुतो वलमर जान
फी हिमा फाके हतुव वन नखलुव व रूम्मान")
आयत 70-वहा रहेगी दिल बहलाने वाली सुन्दर
बी बीया खेमे मे ठहरी हुई हुरै परम रूपवती स्त्रिया।
सूरा वाकिया आयात 17-18 मे कहा है-
अरबी("यतुफू अलई हिम विलदानूम मुखल्ला दून बिअक
वा बिव व आबारिकू व का मिम मयीन"
अर्थ-उन की सेवा मे रहने वाली सभी किशोरिया उन
को पिलायेगी शराब भरा पियाला और कंटर और सागर
लिए दौडति फिरेगी,जिनमे किशोर किशोरी दोनो होगे l
नोट-मतलब किशोरी तो किशोरी ,ये
तो किशोरो को भी नही छोडेगे।
आगे पढिए सुरा वाकिया मे-जडित एव विभूषित
तख्तो पर तकिया लगाए आमने सामने बैठेगे,जो शराव
पिलाई जायेगी उसे पीने से सरदर्द नही होगा,न सर
चकराएगा न बुध्दि मे विकार आयगा l
नोट-ये कोनसी शराब है स्पेशल अल्लाह प्रोडेक्ट
की तरफ से।
उनके सामने तरह तरह के फल पेश केये
जायेगे,परिंदो का गोश्त का कवाब प्रय्तुत
किया जाएगा ।उनके आगे सुन्दर हूरे होगी।
ये आयत 26 तक का वर्णन था।
आयत 35 देखे-उनकी बीबियो को हम फिर से
कुवारा बना देगे।
नोट-कुरान की जन्नत देखे,अल्लाह
जन्नतियो को हुर,गिलमां(किशोर)शराब कवाव,फल
जो मिलना होगा वह मिलेगा l
पर यहा एक बात समझ नही आती की जन्नत मे
अल्लाह उन मर्दो की बीबीयो को फिर से कुवारा केसे
करेगे।क्या नया जनंनाग लगा देगे।
यदि जन्नत मे एक आदमी अपनी बीबी के साथ साथ
लौंडो,हुरो से सहवास कर रता है
तो क्या उसकी बीबी ये सब सहन कर लेगी।
अब कोई बताए कि जन्नत और मधुशाला मे
क्या अन्तर है...!

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